पराली ने बढ़ाई दिल्ली की पीड़ा, राजधानी की हवा हुई खराब, प्रदूषण में इजाफा
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के आंकड़ों के अनुसार गुरुवार सुबह आनंद विहार इलाके का एयर क्वालिटी इंडेक्स(एक्यूआई) 210 , पटपड़गंज का एक्यूआई 214 और बवाना का एक्यूआई 251 है। ये तीनों खराब श्रेणी में हैं।
वहीं सरकारी एजेंसियों का कहना है कि पराली जलाने के कारण दिल्ली में हवा की गुणवत्ता खराब हो रही है। दिल्ली से सटे राज्यों में पराली जलाने में हो रही बढ़ोतरी के कारण सुबह वायु गुणवता का स्तर खराब रहा। हवा खराब होने से प्रदूषण का स्तर भी बढ़ा। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड(सीपीसीबी) के डाटा के अनुसार बुधवार को दिल्ली-एनसीआर में सुबह 10 बजे पीएम 10 का स्तर 225 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया। यह बीते तीन माह में सबसे ज्यादा है। पीएम 10 माप में 10 माइक्रोमीटर जितने कण होते हैं, जो सांस लेते समय फेफड़ों में जा सकते हैं।
दिल्ली में सुबह 10 बजे वायु गुणवता सूचकांक एक्यूआई 207 रहा। सोमवार को यह 179 और मंगलवार को 152 दर्ज किया गया था। बुधवार रात एक्यूआई 183 दर्ज किया गया। वायु गुणवता शून्य से 50 के बीच अच्छी, 51 से 100 संतोषजनक, 101 से 200 मध्यम, 201 से 300 खराब, 301 से 400 बेहद खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर मानी जाती है। सफर के अनुसार पंजाब, हरियाणा और दिल्ली से सटे इलाकों में खेतों में पराली जलाने के मामले बढ़े हैं । वहीं तापमान में गिरावट के कारण वायु गुणवता बृहस्पतिवार तक खराब श्रेणी में पहुंच सकती है।